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SIR प्रक्रिया पर सचिन पायलट का BJP पर निशाना—11 साल में कितने अवैध प्रवासी निकाले गए, जवाब दे सरकार”

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आज टोंक में आयोजित कार्यक्रम में SIR (मतदाता सूची सुधार अभियान) और कर्नाटक की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने SIR प्रक्रिया से जुड़े सभी फॉर्म 4 दिसंबर तक भरने की समयसीमा तय की है, और प्रशासन इस प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का प्रयास कर रहा है। पायलट ने जोर देते हुए कहा कि यह काम पूरी तरह निष्पक्ष और सावधानीपूर्वक होना चाहिए।

सचिन पायलट ने SIR प्रक्रिया को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि सरकार अवैध प्रवासियों के मुद्दे को चुनावी समय पर ही क्यों उठाती है। उन्होंने कहा:

“भाजपा के नेता, गृहमंत्री और प्रधानमंत्री कहते हैं कि अवैध प्रवासियों को बाहर निकाला जाए। लेकिन पिछले 11 साल में सरकार ने कितने अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकाला, इसका जवाब क्यों नहीं देती? चुनाव आते ही इस मुद्दे को उठाया जाता है, लेकिन असल में निशाना गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदाय के मतदाताओं पर होता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि SIR प्रक्रिया के दौरान कई BLO मानसिक दबाव में हैं और कुछ ने आत्महत्या जैसे कदम भी उठाए हैं, इसलिए आवश्यक है कि यह अभियान पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से संचालित हो।

पायलट ने आगे कहा:

“संविधान ने हर 18+ नागरिक को वोट का अधिकार दिया है। अगर किसी योग्य व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से हटता है, तो यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा पाप है। इसका हम सबको मिलकर विरोध करना चाहिए।”

कर्नाटक की स्थिति पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बीच विवाद की खबरें वास्तविकता को नहीं दर्शातीं। उन्होंने कहा:

“दोनों नेताओं ने मिलकर सरकार बनाई है और साथ मिलकर ही इसे आगे भी मजबूत करेंगे। जो दिख रहा है और सुनाई दे रहा है, मामला उससे अलग है।”

अंत में पायलट ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता, मतदाता अधिकारों की रक्षा, और सभी समुदायों के सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए।