News Image

गाजा में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल के समर्थन हेतु पाकिस्तान के सैनिकों की तैनाती पर उप प्रधानमंत्री इशाक डार का वक्तव्य

 

इस्लामाबाद, ___ (तारीख) — पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने घोषणा की है कि पाकिस्तान गाजा में इंटरनेशनल सिक्योरिटी फोर्स (ISF) की सहायता के लिए सैनिक भेजने को तैयार है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान का उद्देश्य किसी भी संगठन, विशेष रूप से हमास से समर्पण करवाना नहीं है। यह विषय फिलिस्तीनी प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में आता है।

डार ने कहा कि गाजा में किसी भी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय मिशन से पहले सैनिकों की भूमिका, विनियमन, अधिकार और जिम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाना आवश्यक है। ISF का प्रमुख उद्देश्य युद्ध के बाद गाजा पट्टी में स्थिरता, सुरक्षा और मानवीय व्यवस्था की बहाली करना है।

उप प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने पिछले चार वर्षों में सुरक्षा मोर्चे पर भारी कीमत चुकाई है, जिसमें 4,000 से अधिक सैनिकों की मौत और 20,000 से अधिक के घायल होने की पुष्टि की गई है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान को आतंकवाद और सीमा सुरक्षा से जुड़े गंभीर खतरे झेलने पड़े हैं।

उन्होंने अफगान तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तानी तालिबान (TTP) के लड़ाकों को सीमा क्षेत्र में पनाह नहीं दी जानी चाहिए। डार ने दावा किया कि तालिबान सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान को सूचित किया है कि सैकड़ों TTP उग्रवादियों को हिरासत में लिया गया है, और अफगान विदेश मंत्री अमीर मुत्ताकी ने पाकिस्तान को प्रतिनिधिमंडल भेजकर इन गिरफ्तारियों की पुष्टि करने का आमंत्रण भी दिया है।