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तेज़ी से वजन बढ़ाने–घटाने का चलन बना जानलेवा! 30 वर्षीय फिटनेस कोच की मौत ने जगाई चिंता

 

नई दिल्ली, ___ (तारीख): हाल ही में 30 वर्षीय रशियन फिटनेस कोच और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर दिमित्री नुयानजिन की कार्डियक अरेस्ट से हुई मौत ने तेज़ी से वजन बढ़ाने और फिर तेजी से कम करने वाले ट्रेंड की गंभीरता को उजागर कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिमित्री ने अपने नए वेट लॉस कोर्स को प्रमोट करने के लिए हाई-कैलोरी और बिंज-ईटिंग चैलेंज लिया था, जिसमें उनका लक्ष्य कम समय में 22 किलो से अधिक वजन बढ़ाना और फिर उसी रफ्तार से वजन घटाना था।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दिमित्री प्रतिदिन लगभग 10,000 कैलोरी का सेवन कर रहे थे, जिसमें ज्यादातर फास्ट फूड और हाई-कोलेस्ट्रॉल आइटम शामिल थे। कुछ ही हफ्तों में उनका वजन 13 किलो से अधिक बढ़ गया और 18 नवंबर को उन्होंने अपना वजन 103 किलो बताया था। इसी बीच उनकी सेहत बिगड़ती चली गई और अंततः कथित तौर पर कार्डियक अरेस्ट के चलते उनकी मृत्यु हो गई।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पहले भी चेताया है कि

तेजी से वजन बढ़ाना हृदय रोग, किडनी रोग, हाई ब्लड प्रेशर और टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाता है।

सामान्यतः एक महीने में 1.5 से 3.5 किलो से अधिक वजन बढ़ाना असुरक्षित माना जाता है।

वहीं तेजी से वजन घटाना मांसपेशियों की हानि, पोषक तत्वों की कमी, गॉलब्लेडर स्टोन और मेटाबोलिज्म धीमा होने जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि वजन बढ़ाने या घटाने की प्रक्रिया हमेशा धीमी और सुरक्षित गति से होनी चाहिए। जल्दबाजी में किए गए ऐसे प्रयोग कई बार जानलेवा साबित हो सकते हैं। इससे पहले भी तेजी से वजन घटाने के प्रयासों के चलते लोगों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं।

यह प्रेस नोट विभिन्न मेडिकल रिपोर्ट्स और उपलब्ध मीडिया सूचनाओं के आधार पर तैयार किया गया है।