यूक्रेन में शांति प्रयासों के बीच रूस के ताजा हमले, छह की मौत; ऊर्जा ढांचा प्रभावित
कीव/अबू धाबी/जिनेवा, ___ (दिनांक) — यूक्रेन में शांति बहाली को लेकर जारी अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक कोशिशों के बीच रूस ने कीव पर बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इन हमलों में कम से कम छह लोगों की मौत हुई तथा राजधानी सहित कई क्षेत्रों में ऊर्जा आपूर्ति बाधित हुई।
ताज़ा हमले ऐसे समय में हुए हैं जब अमेरिका और रूस अबू धाबी में संभावित शांति योजना पर चर्चा कर रहे हैं। अमेरिकी आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल ने रूसी प्रतिनिधियों के साथ कई घंटे बैठक की। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यूक्रेन को इन वार्ताओं की जानकारी है और सभी पक्ष जल्द से जल्द संघर्ष विराम के विकल्प तलाश रहे हैं। इससे पहले जिनेवा में अमेरिकी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच हुई बातचीत को भी रचनात्मक बताया गया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि समाधान की दिशा में कुछ सकारात्मक संकेत दिखाई दे रहे हैं।
कीव में भारी तबाही
रूस की ओर से रातभर में 22 मिसाइलें और 460 से अधिक ड्रोन दागे गए। हमलों के कारण कीव के कई इलाकों में पानी, बिजली और हीट सप्लाई बाधित हो गई। पूर्वी दिनीप्रोवस्की जिले में एक नौ मंजिला इमारत में आग लगने से भारी नुकसान हुआ। मेयर विटाली क्लिचको ने पुष्टि की कि इस क्षेत्र में दो लोगों की मौत हुई। कई नागरिकों ने बताया कि घरों की खिड़कियां टूट गईं और हालात बेहद भयावह हैं।
दोनों ओर से बढ़ी जवाबी कार्रवाई
यूक्रेन की ओर से किए गए ड्रोन हमले में दक्षिण रूस के रोस्तोव क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हुई और आठ घायल हुए। टैगानरोग में कई आवासीय और अन्य ढांचों को नुकसान पहुंचा। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार 249 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए गए, जिनमें 116 ब्लैक सी क्षेत्र में थे। इसे रूस पर अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमलों में से एक बताया गया है।
ऊर्जा संरचना व पड़ोसी देशों पर असर
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि कई ऊर्जा प्रतिष्ठान हमलों से प्रभावित हुए हैं। ओडेसा क्षेत्र में बंदरगाह और ऊर्जा ढांचे पर हुए हमलों में दो बच्चों सहित छह लोग घायल हुए। रोमानिया और मोल्दोवा ने शिकायत की है कि कुछ ड्रोन उनके हवाई क्षेत्र में घुस गए, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
यूरोपीय नेताओं की प्रतिक्रिया
यूरोपीय नेताओं ने शांति प्रयासों का समर्थन करते हुए चेतावनी दी है कि यह प्रक्रिया बेहद जटिल होगी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अमेरिका की शांति योजना सही दिशा में कदम है, लेकिन यह किसी भी तरह यूक्रेन पर दबाव या समर्पण का रूप नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि यूक्रेन की सुरक्षा और उसकी सैन्य क्षमताओं को कमजोर नहीं किया जा सकता। मैक्रों ने कहा कि “एकमात्र पक्ष जो शांति नहीं चाहता, वह रूस है।”