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मंगलवार व्रत के नियम, मंत्र और पूजा-विधि का महत्त्व

 

हिंदू धर्म परंपरा में मंगलवार का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है और यह विशेष रूप से संकटमोचन हनुमान की उपासना को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त पूर्ण श्रद्धा, भक्ति और पवित्रता के साथ मंगलवार व्रत का पालन करते हैं, उन्हें बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्ट, भय तथा बाधाएँ दूर होती हैं।

व्रत आरंभ का शुभ समय:
किसी भी माह के शुक्ल पक्ष में आने वाला मंगलवार व्रत शुरू करने के लिए शुभ माना गया है। भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार 21, 31 या 45 मंगलवार का व्रत रख सकते हैं। निर्धारित श्रृंखला पूर्ण होने पर व्रत का उद्यापन करना आवश्यक माना गया है।

मंगलवार व्रत के मुख्य नियम:

व्रत के दौरान शरीर और मन की पवित्रता बनाए रखें।

इस दिन नमक का सेवन वर्जित है। धूम्रपान या किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें।

फलाहार करना श्रेष्ठ माना गया है।

पूजा के समय लाल या भगवा वस्त्र धारण करना शुभ है। सफेद या काले वस्त्र पहनने से बचें।

महिलाओं को हनुमान जी का चोला चढ़ाने की मनाही मानी गई है।

हनुमान जी को चरणामृत से स्नान कराने का विधान नहीं है; पूजा में इस नियम का ध्यान रखें।

जाप करने योग्य मंत्र:

मंगल ग्रह स्तुति मंत्र
ॐ भौमाय नमः
ॐ हनुमते नमः॥

हनुमान गायत्री मंत्र
ॐ अंजनयाय विद्महे
वायुपुत्राय धीमहि
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥

हनुमान बीज मंत्र
ॐ ऐं भ्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः॥

यह सभी जानकारी परंपरागत धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिषीय सिद्धांतों तथा पंचांग-विवरण पर आधारित है। भक्तगण इन नियमों व मंत्रों का पालन कर अपनी साधना को अधिक फलदायी बना सकते हैं।